त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग की कथा
9 Min•Trimbakeshwar
स्वामी मुकुंदानंद जी ने पंचवटी शिविर २०२४ के दौरान त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग के पावन दर्शन करते हुए इस तीर्थ स्थल की पौराणिक कथा सुनाई है। जानिए कैसे गौतम ऋषि की तपस्या और भगवान शिव की कृपा से ब्रह्मगिरी पर्वत पर गोदावरी नदी का उद्गम हुआ। भगवान त्र्यंबकेश्वर के दिव्य स्वरूप और तीनों देवताओं (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) की महिमा को विस्तार से समझने के लिए यह वीडियो अवश्य देखें। स्वामीजी के साथ आध्यात्मिक यात्रा का आनंद लें और भगवान शिव के महामंत्र "ओम नमः शिवाय" के जाप से मन को पवित्र करें।
