जब हम अपनी स्वार्थपूर्ण इच्छाओं पर नियंत्रण पा लेते हैं, तो हम उस उच्च उद्देश्य के प्रति जागरूक हो जाते हैं जो भगवान ने हमारे लिए रखा है। तब हमें एहसास होता है कि यह ब्रह्मांड जीवन का विरोधी नहीं, बल्कि अत्यंत उदार है, जो आत्मा के उत्थान और उसकी दिव्य नियति को प्रकट करने हेतु अनंत आशीर्वाद और अवसर प्रदान करने के लिए तत्पर है।
7 Mindsets for Success, Happiness and Fulfilment — 10 Sep 2025