जैसा संग वैसा रंग । Life Transformation Challenge 19/21
8 Min•Kusang
कुसंग में भारी समस्या यह है की इससे हमारे मायिक मन और इंद्रियों को रस मिलता है। वो रस बुद्धि को मोहित कर देता है। बुद्धि भूल जाती है की लाभ किसमें है और हानी किसमें है। सारा खेल तो बुद्धि का है। अगर हम कुसंग करेंगे तो हमारा परिश्रम neutralize हो जाएगा। इसलिए हमें अपने संगत पर ध्यान देना आवश्यक है।
