भक्ति का चौथा सोपान - अनर्थ निवृत्ति । Steps to Divine Love 4/8
18 Min•Anartha-nivritti
श्री रूप गोस्वामी ने प्रेम प्राप्ति के 8 स्तर बताये हैं, जिसके आधार पर हम यह जान सकते है की हम ईश्वरीय प्रेम प्राप्ति के मार्ग में कहाँ तक पहुँचे। स्वामीजी ने इस प्रवचन में प्रेम मार्ग के चौथा स्तर - अनर्थ निवृत्ति , पर प्रकाश डाला है।
आदौ श्रद्धा ततः साधुसंगोऽथ भजनक्रिया।
ततोऽनर्थनिवृत्तिः स्यात्तत्तो निष्ठा रुचिस्ततः।।
अथासक्तिस्ततो भावस्ततः प्रेमाऽभ्युदञ्चति।
साधकानामयं प्रेम्णः प्रादुर्भावे भवेत् क्रमः।।
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Shree Roop Goswami has given 8 steps to achieve divine love, on the basis of which we can determine our position on the path to divine love. Swamiji in this discourse highlights the fourth step - anarth nivritti.
