रिलेशनशिप का असली मतलब क्या है ? Golden Rules 20/21
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अपने संबंधो में सीमाएं बनाये जिनसे परे आपको कोई धोखा न दे सके। बिना सीमाओं के लोगों को लगेगा कि आप 24 घंटे उनके लिए उपलब्ध हैं। अगर आपने स्पष्ट कर दिया कि आपके पास बात करने का समय नहीं है फिर भी उनकी ज़िद्द है कि बात करनी ही पड़ेगी तो वे आपकी सीमाओं का उल्लंघन कर रहे हैं। बिना सीमाओं के आपकी शक्ति क्षीण हो जाएगी क्योंकि आपके साधन सीमित हैं। याद रखिये आपको यह अधिकार है कि आप अपना समय कैसे और किन मूल्यों के साथ व्यतीत करना चाहते हैं। अपने जीवन को सरल बनाने हेतु स्वामी मुकुन्दानन्द जी गोल्डन रूल्स श्रृंखला के इस 20वें एपिसोड में संबंधो में सीमाओं का महत्त्व समझा रहे हैं। इससे आपके मन में यह सवाल ज़रूर उठेगा कि क्यों जी अगर मैं ऐसी सीमाएं बना देता हूँ तो क्या स्वार्थी नहीं बन रहा? नहीं, आप दूसरों को तब ही दे सकते हैं जब स्वयं की देखभाल करने में सक्षम हों। कोई भी संबंध तब स्थायी होता है जहां दोनों का लाभ हो। जब हम अपने संबंधो में सीमाएं स्थापित करेंगे तब ही तो अपने लक्ष्य के लिए समय निकाल पाएंगे। किंतु स्वामी जी कहते हैं कि जब भगवान की बारी आये तब सब सीमाओं को हटा दें और उनको सर्वाधिकार संपन्न बनाये। क्योंकि भगवान के ही चरणों में तो हमें सर्वसमर्पण करना है। तो गोल्डन रूल्स फ़ॉर लिविंग योर बेस्ट लाइफ सीरीज के आखिरी और सबसे दिलचस्प एपिसोड को देखना न भूलें।
