अपने लिए सही करियर कैसे चुने ? Golden Rules 14/21
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स्वामी मुकुन्दानन्द कहते हैं जैसे जीवनसाथी के चयन में सावधानी रखनी चाहिए ऐसे ही अपने कैरियर के चुनाव में भी हमें सतर्कता अपनानी चाहिए। बल्कि जीवनसाथी के साथ कम समय व्यतीत होता है और काम में अधिक। इसी के चलते वह गोल्डन रूल्स फ़ॉर लिविंग योर बेस्ट लाइफ सीरीज़ में इस बार योग्य कैरियर और उसकी विशेषताओं के विचार पर जोर देते हैं। स्वामीजी कहते हैं कि यदि कोई व्यक्ति दिन में आठ घंटे काम करता है तो एक सप्ताह में पांच दिन एक वर्ष में पचास सप्ताह और पच्चीस से पैंसठ वर्ष तक अगर कोई औसत चालीस साल का कैरियर रखता है तो समझे कि उसने जीवन में 80,000 घंटे अपने कैरियर के प्रति समर्पित कर दिए। अब उसमें अगर आत्मतृप्ति न मिले तो जीवन का कितना बड़ा भाग तो असंतुष्टि में ही व्यतीत हो गया। लेकिन इसमें पैसों का कितना महत्व है? पैसे से आवश्यकताएं तो पूरी हो जाएंगी लेकिन संतोष आप एक एक क्षण क्या करते हैं, उससे मिलता है। इसके लिए स्वमीजी कुछ महत्वपूर्ण मापदंड के बारे में बताते हैं- 1 आपका जॉब आपकी रुचि का हो, जिससे आपको सुख और आनंद की अनुभूति हो। 2 आपका काम चुनौतीपूर्ण हो, जिसमें विकास के अनेक अवसर प्राप्त हों। बोरियत तब आती है जब काम में स्थिरता आ जाती है। 3 आपके काम के माध्यम से आपको विश्व को बदले में योगदान देने का मौका मिले। 4 आपका काम कठिन हो ताकि आपकी ग्रोथ न रुके। 5 उस काम में जो व्यक्तियों का माहौल मिलता है वह अनुकूल और सपोर्टिव हो।
