हर रिश्ता एक बैंक अकाउंट है । Golden Rules 9/21
11 Min•Anger Management
आपके जीवन में विभिन्न प्रकार के संबंधी हैं। कुछ दोस्त, कुछ रिश्तेदार तो कुछ स्वजन। साथ ही आपके ऑफिस में आपके बॉस, कलीग या सबोर्डिनेट इत्यादि। इन सभी संबंधो को सफलता पूर्वक चलाने के लिए इनकी सिंचाई करना आवश्यक हो जाता है। स्वामी मुकुन्दानन्द गोल्डन रूल्स फ़ॉर लिविंग योर बेस्ट लाइफ के इस 9 वें रूल के अधीन हमें हमारे रिश्तों में तालमेल बनाये रखने के कुछ स्वर्णिम नियमों से हमारा परिचय करा रहें हैं। यहा स्वामीजी संबंधो की तुलना बैंक एकाउंट से करते हैं, जहाँ आप डिपॉजिट और विड्रॉवल करते हैं। अब अगर आप डिपॉजिट करना भूल जायें और केवल विड्रॉवल ही करें तो आपका एकाउंट ओवर विड्रॉवल मोड़ में चला जायेगा। एक मैरिज कॉउंसेलर ने कहा कि किसी भी विवाह को प्रेमपूर्वक सफलता से वहन करने के लिए 5:1 रेश्यो का संतुलन होना चाहिए। यानी एक बार जो आपने नेगेटिव व्यवहार किया तो उसको बैलेंस करने के लिए 5 बार पॉजिटिव व्यवहार करना होगा। अब रिश्तों में डिपॉजिट और विड्रॉवल का मतलब क्या होता है? हम जब किसी को देखकर मुस्कुराते हैं, स्नेह दर्शाते हैं, उसकी बात मानते हैं, उसे क्षमा करते हैं गलतियों के लिए इन्हें डिपॉजिट के रूप में देखिए। हम जब किसी व्यक्ति के प्रति नाराज़गी व्यक्त करते हैं, उसकी अवहेलना करते हैं, उसको डांटते हैं, अपनी बात के प्रति उसको मनाते हैं इन सभी को आप विड्रॉवल समझिए। याद रखिये दोष भी मिलेंगे लोगों में लेकिन हमें उनके गुणों को ग्रहण करते हुए उनके साथ अच्छा व्यहवहार कर तालमेल बनाये रखना है।
