बुरे समय में क्या करे ? Golden Rules 5/11
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हम अक्सर जीवन में अपने कम्फर्ट ज़ोन में भी रहना पसंद करते हैं। क्योंकि मन को मेहनत करना अच्छा नहीं लगता। नतीजन ज़िंदगी में हमारा विकास होना या तो मंद पड़ जाता है या थम जाता है। गोल्डन रूल्स फ़ॉर लिविंग योर बेस्ट लाइफ के इस वीडियो के अंतर्गत स्वामी मुकुन्दानन्द ने हमें बताया कि जीवन में हम सफल तब ही होंगे जब कम्फर्ट ज़ोन से निकलेंगे। इसमें स्वामीजी ने हमें एक एथलीट के वर्ल्ड चैंपियन बनने की एक प्रेरणादायक कहानी भी सुनाई। जिसके साथ बचपन में एक दुर्घटना घटित हो जाती है। लेकिन वह हार नहीं मानता है और कष्ट को सहनकर अपने कम्फर्ट जोन से निकलने का प्रयास करता है और उसमें पूर्ण सफलता भी पाता है। आगे स्वामीजी हमें गौरांग महाप्रभु की वाणी से अवगत करवाते हैं कि अगर तुम्हें कामयाबी हासिल करनी है तो वृक्ष से भी अधिक सहनशील बनो। यदि सहनशक्ति नहीं होगी तो बाहर की विपरीत परिस्थिति आपके मन को डिस्टर्ब करेगी और लोगों का व्यवहार आपको क्षुब्ध कर देगा। लेकिन अगर आप में सहनशीलता होगी तो आपकी मेंटल इम्युनिटी तीव्र हो जाएगी। इसके लिए स्वामीजी ने संत उस्मान का आख्यान भी सुनाया कि कैसे उनके साथ घटी एक घटना से वह अपने सहनशील स्वभाव के कारण विचलित नहीं हुए। उल्टा भगवान के प्रति कृतज्ञता का भाव रखा कि वह कितना कृपालु है।
