श्री राधा कृष्ण झूलन लीला - रूपध्यान साधना । Shree Radha Krishna Jhulan Leela Roopdhyan Meditation
23 Min•Roopdhyan
श्रावण और झूलन लीला का रस लेते श्रीराधा कृष्ण!
श्रावणमास और पुरषोत्तम मास के इस अद्वितीय सहयोग के अवसर पर स्वामीजी हमें ब्रजेश्वरी श्रीराधारानी और
वृंदावन बिहारी श्रीकृष्णचंद्र के दिव्य श्री झूलन लीला का रूपध्यान करना सीखा रहे हैं। जिसका मधुर रस श्रीराधा कृष्ण इस
वर्षा ऋतु में लेते हैं। इस लीला में स्वामीजी वृंदावन के कुंज में युगल सरकार के झूलन लीला का वर्णन कर रहे हैं, जहां लली
लाल कदंब के वृक्ष से लटके झूले पर विराजमान हो एक साथ झोंटा देकर एक दूसरे के नेत्रों में खो गए हैं। उनकी सखियाँ और
गोपियाँ उनके रस में वृद्धि करने के लिए विभिन्न प्रकार से सेवाएँ कर रहीं हैं। इसके साथ ही आप भी इस रूपध्यान का अभ्यास
कर अपने सेवाभाव को बढ़ाने और अंतःकरण को शुद्ध करने के लिए प्रियतम और प्यारी जू से नित्य सेवा पाने की कृपा याचना
कीजिये।
