आनंद से जीना है तो कभी न करें ये काम
9 Min•Shiva
संसार में सदा दो प्रकार के लोग रहेंगे, अच्छे और बुरे। ऐसा हो ही नहीं सकता कि सारा संसार हमें अच्छा कहे। दूसरे हमें अच्छा कहें इसको महत्व नहीं देना है बल्कि, मैं अच्छा बनूं इसको महत्व देना है। हमें संसार का यह स्वरूप समझे रहना है। संसार में तो सीता माता पर भी आछेप लगाए, तुलसीदास पर मारण प्रयोग किये, इत्यादि कई उदाहरण हैं। स्वामीजी ने शिव जी एवं पार्वती जी की एक प्रतीकात्मक कथा से हमको यह बात इस वीडियो में समझाई है।
