आध्यात्म में सरल भाव का महत्त्व | शरणागति का रहस्य - 18/28
12 Min•Sharanagati
हम लोग संसार में व्यवहार करते करते,एक चालाकी का अभ्यास कर लिए। तिकड़म करना,कौन सी बात को बढ़ा के बताए,कौन सी को घटाके बताए, कौन सी को छिपा के बताए।ये चालाकियाँ हम जीवन भर सीखते रहे।अब भगवान के सामने गए, वहाँ भी चालाकी, गुरु के सामने गए वहाँ भी चालाकी। ईश्वरीय क्षेत्र में, भोलेपन का महत्व है, चालाकी का नहीं।
