आपका भाग्य किसके हाथ | शरणागति का रहस्य - 21/28
9 Min•Sharanagati
कई लोग भाग्यवादी होते हैं । वे कहते हैं की सब कुछ भाग्य से निर्धारित हो जाता है। पाँच चीजें - आयु, कर्म, धन, विद्या, मृत्यु - जन्म पर निश्चित हो जाती हैं और इसके विपरीत हमें कुछ नहीं मिलता । जो भाग्य में लिखा है बिना प्रयत्न के भी मिल जाता है। हम लोग क्या भाग्य के आधीन हैं अथवा कर्म करने में हमें स्वतंत्रता है।
भगवान की कृपा पाने हेतु शरणागति अनिवार्य है। इसीलिए शरणागति का तात्पर्य जानना आवश्यक है। शरणागति की आवश्यकता क्योँ है, उससे किस चीज़ की प्राप्ति होती है एवं शरणागत होने का क्या उपाय है, 'शरणागति का रहस्य' नामक इस नई प्रवचन श्रृंखला में हम इन सब प्रश्नों का उत्तर समझेंगे ।
