भगवान की कृपा का मूल्य | शरणागति का रहस्य - 16/28
11 Min•Sharanagati
भगवान की अनादि कालीन शर्त है कि - "तुम मेरी शरण में आओ तब जाकर मैं कृपा करूँगा" । यह शरणागति रूपी कारण से हम कृपा को आकर्षित करते हैं। यह तो शरणागति का मूल्य हो गया। जैसे आप संसार में सामान खरीदने के लिए मूल्य चुकाना पड़ता है, वैसे ही कृपा पाने के लिए शरणागति मूल्य है। अगर कृपा के लिए शरणागति करनी आवश्यक है, शरणागति कारण हुआ, तो फिर भगवान अकारण करुण कैसे हुए ?
भगवान की कृपा पाने हेतु शरणागति अनिवार्य है। इसीलिए शरणागति का तात्पर्य जानना आवश्यक है। शरणागति की आवश्यकता क्योँ है ? उससे किस चीज़ की प्राप्ति होती है ? एवं शरणागत होने का क्या उपाय है ? 'शरणागति का रहस्य' नामक इस नई प्रवचन श्रृंखला में हम इन सब प्रश्नों का उत्तर समझेंगे ।
