भगवद् आश्रय | शरणागति का रहस्य - 15/28
11 Min•Sharanagati
जो स्वयं को साधन हीन मानते हैं, अर्थात् जो योग, यज्ञ, जप, तप, व्रत, पूजा पर नहीं भगवान की कृपा पर ही आश्रित हैं वे भागवत प्राप्ति के अधिकारी हैं। अतः भगवान तक पहुँचने के लिए हमें स्वयं को निराश्रय मानना पड़ेगा।
भगवान की कृपा पाने हेतु शरणागति अनिवार्य है। इसीलिए शरणागति का तात्पर्य जानना आवश्यक है। शरणागति की आवश्यकता क्योँ है ? उससे किस चीज़ की प्राप्ति होती है ? एवं शरणागत होने का क्या उपाय है ? 'शरणागति का रहस्य' नामक इस नई प्रवचन श्रृंखला में हम इन सब प्रश्नों का उत्तर समझेंगे ।
